Sunday, 15 July 2018
SOLDIER
- " Soldier "
A little word to name a person
With a life and career
Immensely challenging
And meaningful .
And it is my indelible belief
That every letter in the word
Does carry profound meaning
Thursday, 21 June 2018
Monday, 21 May 2018
गिरगिट वार्ता
धूप में लेटा था जो
कुछ निश्चिंत सा होकर
मुझे पास आता देख भागने को उद्यत हुआ
पर मैं इस से पहले ही बोल पड़ी
बड़ा ही अजीब स्वभाव है तुम्हारा
कितनी बार रंग बदलते दिन भर
कभी हरा पीला , तो कभी लाल, काला
इतना भी फैशन का शौक़ीन होना क्या
कि अपनी एक निश्चित पहचान ही ना रहे
बोलो कैसे तुम पर विश्वास करे कोई ? ''
सिर ऊँचा उठाकर उत्तर दिया उसने
'' ठीक कहा तुमने कि रंग बदलता हूँ अक्सर
पर यह भी तो पूछो ऐसा करता हूँ क्यों मै
शौक है यह मेरा या कोई भारी मज़बूरी ?
सच तो यह है कि रंग बदलने में
फैशन वैशन का दूर तक भी विचार नहीं बस , जान बचाने की कोशिश भर करता हूँ
तुम्ही कहो जान किसे होती नहीं प्यारी ?
छोटा सा जीव ठहरा , जहाँ भी जाता हूँ
हमेशा डरा और सशंकित हूँ रहता
न जाने कब , कहाँ , आहार बन जाऊँ
घात लगाये बैठे किसी भूखे दुश्मन का
इसीलिए तो यह युक्ति है अपनाई
कि जहाँ जैसा रंग हो वैसा ही बन कर
छुप रहता ऐसे कि किसी भी शिकारी को
पड़ता दिखाई नहीं बहुत पास से भी
बुरा न मानो तो मै भी कुछ पूछ लूँ ?
रंग बदलने के लिये मुझ पर हो हँसते
पर यह तो बताओ क्या तुम ऐसा नहीं करते
तुम्हें भी क्या किसी का डर है सताता ? ''
प्रश्न उसका तीर जैसा चुभ गया मुझको
उत्तर क्या दूँ कुछ समझ नहीं आया
सोचा नहीं था कि प्रतिप्रश्न कर बैठेगा
कुछ कहने के बजाय चुप रहना ही ठीक लगा
यह कहती भी कैसे कि रंग बदलना
जीवन- मरण का प्रश्न नहीं हमारे लिए
यह तो है अवसरवादिता की एक चाल
करते उपयोग जिसका जब भी हो संभव
कि हम तो बदलते हैं रंग अपने स्वार्थो की खातिर
उचित, अनुचित का विचार किये बिना ही
नैतिक मूल्यों को तिलांजलि देकर भी
पूर्ण करना चाहते मन की हर एकआकाँक्षा को
सोचते सोचते ग्लानि छाई मेरे मुख पर
देखकर हाल मेरा ,वह समझ गया सब कुछ
बोला व्यंग्यपूर्वक किन्तु ,जाते जाते पलटकर
'' अब तो न हँसोगी फिर कभी मुझ पर ?''
वह तो छुप गया जा पत्तों के बीच कहीं
पर मेरा मन उलझ गया अपने ही प्रश्न में
कि उठाऊँ उँगली किसी दूसरे की ओर कभी
या झाँक कर देखूँ अपने गिरेबान में पहले.
Saturday, 19 May 2018
THE OPTIMAL GLOW
The most alluring of celestial bodies,
Though far beyond our reach,
Does have many a message,
Written on an endless visage.
Set a goal for yourself, it says,
And wisely plan the journey,
Prepare for it thoroughly,
Then move steadily forward.
No matter what the obstacles
Never, ever, stop or decline
Till you achieve your perfect stature,
And the optimal shine.
Be a synonym of brilliance,
But never boastful or vainglorious
Don't forget you are just an iota
Of the art of the Supreme designer.
Tuesday, 15 May 2018
IT IS HER RIGHT .....
It is her natural right,
To be born alive,
So let her come,
Into the world,
Safely!
It is her birthright,
To survive and grow,
Stifle not her life breath
Mercilessly!
It is her right too,
To live with dignity,
And evolve to full stature,
Let her achieve that,
Gracefully!
She is born a human,
And like every human being
She may also desire
To be just herself,
Naturally!
Be a help and not a hurdle,
In her simple journey,
And be a real upholder
Of natural justice
Proudly!
Picture courtesy--
UNICEF for every child
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