Saturday, 31 July 2021

ईश्वर ने नहीं किया है यह वादा


  


   ईश्वर ने नहीं किया है ये वादा

   किआकाश रहेगा सदैव नीला,

   कि जीवन के हर पथ पर  मिलेंगे,

    तुम्हें  फूल ही फूल बिछे हुए .


   यह  नहीं कहा कि,

   सूरज कभी ओझल न होगा,

  तुम्हारी दृष्टि से,

  और न कभीअतिवृष्टि  का प्रकोप,

   झेलना पड़ेगा तुम्हे.


    यह भी  नहीं कि दुःख  से अनछुए  रहकर

     केवल आनंद   में रहोगे सदैव  लिप्त

      और  पीड़ा का  अनुभव किये बिना ही

      महसूस कर लोगे उस  से मुक्त  होने पर

       मिलने वाला सुख 



       किन्तु दिया  है यह आश्वासन ,

       कि मिलती रहेगी तुम्हे दिन भर,

        काम करते रहने की ऊर्जा

       और थक जाने पर पाओगे

       विश्राम के लिए लम्बी रात


     कि जीवन- पथ  पर अन्धकार तो मिलेगा

          यदा,कदा अवश्य ही

           किन्तु प्रकाश भी रहेगा

           दिखाने के लिये रास्ता

            हमेशा , आस-पास . 





 


Saturday, 3 July 2021

TO YOU ALL

 The verses I pen down, 

Aren't merely words,

 Carefully strung together,

 But my letters to the people, 

 I  have been with, anywhere.



 These are meant  for those too,

    Who  haven't met me ever,

   And know  only little of  me,

  But are  kind enough to read, 

  What I scribble occasionally.


So, if you ever  come across, 

 Any of these random writings,

Read  them as letters from one,

Wishing to share  with  you,

 The joys and wonders of life.


 Now, if  I say  we are  kins,

 Children  of the same great  mother

(We know by the name  'Nature')

Would you mind my sharing with you,

 Some thoughts I really hold dear?